पेरिस पैरा ओलंपिक (Paralympics) 2024: भारतीय दल की शानदार तैयारी
paralympics 2024 India – आगामी paralympics 2024 में भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने शानदार तैयारी की है। इस बार भारतीय दल के पास अपने प्रदर्शन को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दिखाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। भारतीय खिलाड़ियों ने 2023 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन कर पेरिस 2024 पैरा ओलंपिक (Paralympics 2024 India) के लिए क्वालीफाई किया है।
इस साल के पैरा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख खिलाड़ी जैसे सुमित अंतिल (जैवलिन थ्रो), निशाद कुमार (हाई जंप), और योगेश कथूनिया (डिस्कस थ्रो) अपनी अपनी स्पर्धाओं में गोल्ड मेडल (Paralympics 2024 Medals) के लिए मैदान में उतरेंगे। उनके अद्वितीय प्रयासों के चलते भारत को इस बार कई पदक (Paralympics Medals) जीतने की उम्मीद है।
पेरिस पैरा ओलंपिक 2024 का कार्यक्रम (Paralympics 2024 Schedule) और परिणाम (Paralympics Schedule and Results) का इंतजार दर्शकों के बीच बेहद उत्साहजनक है। पूरे देश की नजरें अब इन खिलाड़ियों पर टिकी हुई हैं, और उम्मीद है कि वे अपने प्रदर्शन से एक बार फिर से देश का नाम रोशन करेंगे।
प्रमुख खिलाड़ी और उनकी स्पर्धाएं:
पेरिस 2024 पैरा ओलंपिक में भारतीय टीम से जाने वाले प्रमुख खिलाड़ियों की सूची निम्नलिखित है, जिन्होंने 2023 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने शानदार प्रदर्शन के आधार पर क्वालीफाई किया है:
खिलाड़ी का नाम | स्पर्धा |
---|---|
सुमित अंतिल | जैवलिन थ्रो (F64) |
अजीत सिंह | जैवलिन थ्रो (F46) |
सचिन खीलाड़ी | शॉट पुट |
निशाद कुमार | हाई जंप |
योगेश कथूनिया | डिस्कस थ्रो |
रिंकू हूडा | जैवलिन थ्रो |
प्रवीण कुमार | हाई जंप |
एकता भयान | क्लब थ्रो |
पूजा | जैवलिन थ्रो |
मरीयप्पन थंगवेलु | हाई जंप |
सुनदर सिंह गुर्जर | जैवलिन थ्रो |
नवदीप | जैवलिन थ्रो |
सोमन राणा | शॉट पुट |
काशिश लाकरा | क्लब थ्रो |
भाग्यश्री महावरा जाधव | शॉट पुट |
इन खिलाड़ियों ने अपने अपने स्पर्धाओं में अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए पेरिस 2024 पैरा ओलंपिक के लिए जगह बनाई है [❞] [❞].
भारत की पैरालंपिक यात्रा 1968
भारत की पैरालंपिक यात्रा 1968 में शुरू हुई थी और वर्षों के साथ, देश ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। खासकर, टोक्यो 2020 पैरालंपिक में भारत ने रिकॉर्ड तोड़ 19 पदक जीते थे, जिनमें पांच स्वर्ण पदक शामिल थे। इस शानदार प्रदर्शन में अवनी लेखरा की भूमिका उल्लेखनीय रही, जिन्होंने एक ही पैरालंपिक में दो पदक जीतकर इतिहास रचा।पेरिस में भारत की टीम इस रिकॉर्ड को और बेहतर करने की दिशा में अग्रसर है।
अवनी लेखरा और मरियप्पन थंगावेलु जैसे मौजूदा चैम्पियंस इस बार भी भारत के पदक की उम्मीदों में अग्रणी हैं। इनकी सफलता और अन्य उभरते सितारों का प्रदर्शन भारत में पैरा-खेलों के विकास की गवाही देता है।
भारतीय पैरालंपिक समिति के महासचिव जयवंत हम्मानावर के अनुसार, इस प्रगति का श्रेय भारतीय सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं और पहलों को जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार ने प्रतिभावान खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान किया है, जिससे वे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
इन खिलाड़ियों की मेहनत और धैर्य की बदौलत, भारत को इस साल के पैरा ओलंपिक में ऐतिहासिक सफलता मिलने की उम्मीद है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-कौन से खिलाड़ी पदक तालिका (Paralympics 2024 Medals) में अपनी जगह बनाते हैं और कैसे भारत का परचम दुनिया के सामने लहराते हैं।