क्या है ? NCERT का नया मूल्यांकन मॉडल
दिनांक: 26 अगस्त 2024
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने हाल ही में कक्षा 12 के बोर्ड परिणामों के लिए एक नया मूल्यांकन मॉडल प्रस्तावित किया है। इस नए मॉडल के तहत, छात्रों के कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के अंकों का वेटेज उनके बोर्ड परिणामों में जोड़ा जाएगा। यह कदम शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार और छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखकर उठाया गया है।
NCERT ने कक्षा 12 बोर्ड परिणामों के लिए एक नया मूल्यांकन मॉडल प्रस्तावित किया है, जिसमें कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के अंकों के वेटेज को समायोजित करने की योजना है। इस मॉडल का उद्देश्य छात्रों के शैक्षणिक विकास का समग्र आकलन करना है।
कक्षा 9 से 12 तक के अंकों का होगा समायोजन
NCERT के इस नए प्रस्ताव के अनुसार, कक्षा 9, 10, 11 और 12 में छात्रों के प्राप्त अंकों का वेटेज उनके अंतिम बोर्ड परिणाम में समायोजित किया जाएगा। यह मॉडल छात्रों के विभिन्न कक्षाओं में प्रदर्शन को एक समान रूप से महत्व देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है, जिससे अंतिम परिणाम को और अधिक संतुलित और न्यायसंगत बनाया जा सके।
शिक्षा में सुधार की दिशा में कदम
NCERT का यह नया मूल्यांकन मॉडल भारत की शिक्षा प्रणाली में सुधार के प्रयासों का एक हिस्सा है। यह कदम छात्रों को केवल बोर्ड परीक्षाओं पर निर्भर रहने के बजाय उनके पूरे शैक्षणिक करियर के प्रदर्शन को महत्व देने के लिए प्रेरित करेगा। इससे छात्र हर कक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होंगे, न कि केवल कक्षा 12 की परीक्षा में।
समग्र विकास पर होगा फोकस
इस मॉडल का उद्देश्य केवल शैक्षणिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह छात्रों के समग्र विकास पर भी केंद्रित है। कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के अंकों का वेटेज जोड़ने से छात्रों के विभिन्न कौशलों, जैसे कि समस्या समाधान, विश्लेषणात्मक क्षमता और क्रिएटिव थिंकिंग, का भी मूल्यांकन हो सकेगा।
छात्रों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
NCERT के इस प्रस्तावित मॉडल को लेकर छात्रों और शिक्षकों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि इससे छात्रों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ सकता है। हालांकि, शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस मॉडल से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
NCERT द्वारा प्रस्तावित यह नया मूल्यांकन मॉडल शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। कक्षा 9 से 12 तक के अंकों का वेटेज जोड़कर छात्रों के शैक्षणिक विकास का समग्र आकलन किया जाएगा, जिससे बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम और अधिक संतुलित और न्यायसंगत हो सकेंगे। यह मॉडल छात्रों को उनके पूरे शैक्षणिक करियर में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।